फिर उसको एक अरसे बाद याद आया की शायद वो मुझसे अब बोर होने लगा। फिर उसको एक अरसे बाद याद आया की शायद वो मुझसे अब बोर होने लगा।
प्यार की "आज़म"नहीं की बातें वो ज़ुबां का रोज़ ही तीखा रहा। प्यार की "आज़म"नहीं की बातें वो ज़ुबां का रोज़ ही तीखा रहा।
हर पन्ना किताब का बयान करता है लम्हा जिंदगी का, हर पन्ना किताब का बयान करता है लम्हा जिंदगी का,
ज़िन्दगी भी क्या खूब रंग दिखाती है , चाहत हो जिसकी उसी से दूर ले जाती है। एक समारोह म ज़िन्दगी भी क्या खूब रंग दिखाती है , चाहत हो जिसकी उसी से दूर ले जाती है। ...
जल उठती थीं गुल बत्ती जल उठती थीं गुल बत्ती
लोग बोलते हैं ख़ून का रिश्ता होता है अपना। लोग बोलते हैं ख़ून का रिश्ता होता है अपना।